केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के आज चार वर्ष का कार्यकाल पूरा करने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ढेर सारी बधाई देने के साथ शुभकामनाएं दीं। आज लखनऊ में मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार वर्ष के कार्यकाल में जनता का विश्वास जीता है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के चार साल का कार्यकाल भारत के नवउत्कर्ष का साल है। केंद्र सरकार की प्रेरणा से एक वर्ष में किसानों के हित के लिए कई कार्य किये हैं। शासनकर्ता की नीयत साफ थी और दृष्टि सही थी इसलिये देश अभूतपूर्व विकास की दिशा में आगे बढ़ा है।
विपक्ष महंगाई का जो भय दिखा रहा है वह वास्तव में नहीं है। केंद्र सरकार स्वतः सचेत है। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है तो पेट्रोल डीजल की महंगाई को हव्वा बना रही है। उद्धव ठाकरे से मैं अधिक संस्कारी हूँ। मुझे पता है कि प्रतिमा पर कैसे माल्यार्पण किया जाता है। मुझे उनसे उपदेश की आवश्यकता नहीं है।
दुनिया की महाशक्ति बन कर उभरा है भारत
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चार वर्ष में नरेंद्र मोदी देश के लगभग हर नागरिक के विश्वास का प्रतीक बने हैं। उन्होंने देश के साथ ही विदेश में भी भारत का डंका बजाया है। अब देश को सम्मान की उच्चकोटि से देखा जाता है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले देश में अविश्वास का माहौल था। यहां पर उग्रवाद, आतंकवाद और नकसलवाद चरम पर था। भाजपा के सत्ता पर काबिज होने के बाद से भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिली। इसके साथ ही भारत दुनिया की महाशक्ति बन कर उभरा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा भाजपा सरकार के कार्य तथा उपलब्धि को सामने रखा। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कम समय में ही जनधन व आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं को जनता के बीच लोकप्रिय किया। केंद्र सरकार ने गरीब, किसान, मजदूर तथा युवा के लिए काफी काम किया। हर क्षेत्र में केंद्र सरकार ने काम किया है। किसानों के गन्ना के बकायों का लंबा भुगतान कराने के साथ ही पहली बार सरकार ने समर्थन मूल्य घोषित किया। इस बार 40 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है। इसके साथ ही गेहूं उत्पादन में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने विकास के हर काम को धर्म व जाति से ऊपर उठकर देखा और किया। देश में इससे पहले अविश्वास का माहौल था। सामाजिक न्याय के नाम पर विघटन हो रहा था। चार वर्ष पहले पहले देश की सीमायें असुरक्षित थी। सरकार ने काला धन के खिलाफ एसआइटी का गठन करके जमाखोरों को चोट दी है। यह बड़ा एतिहासिक कदम है। पहले देश तथा सीमा पर उग्रवाद, नक्सलवाद और आतंकवाद चरम पर था। अब तो यहां सब गायब हैं। भारत दुनिया में आर्थिक महाशक्ति बना है।