नई दिल्ली। नई पार्किंग नीति (New parking policy) को देखते हुए नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) जल्द 55 ई-चार्जिग स्टेशन को शुरू कर देगा। इसके लिए एनडीएमसी की ओर से जोर-शोर से काम किया जा रहा है।
एनडीएमसी के विभिन्न स्थानों से लेकर प्रमुख पार्किंग स्थलों व अस्पतालों की पार्किंग में ये चार्जिग स्टेशन शुरू किए गए हैं। 55 में से 15 चार्जिग स्टेशनों के परीक्षण का कार्य आखिरी चरण में है, वहीं 35 के परीक्षण का कार्य भी जल्द शुरू हो जाएगा।
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इन जगहों पर शुरू होंगे चार्जिंग स्टेशन
ये चार्जिग स्टेशन कनॉट प्लेस की सरफेस पार्किंग से लेकर, खान मार्केट, रफी मार्ग, प्रेस क्लब, चरक पालिका अस्पताल व अन्य स्थानों पर स्थापित किए गए हैं। इससे लुटियंस दिल्ली में ई-वाहनों (इलेक्ट्रिक वाहन) के चार्जिग की सुविधा का विस्तार हो जाएगा। फिलहाल, एनडीएमसी छह स्थानों पर ई-वाहनों के चार्जिग की सुविधा उपलब्ध करा रहा है।
एनडीएमसी ने 100 चार्जिग स्टेशन स्थापित करने के लिए ऊर्जा मंत्रलय के तहत एक निजी कंपनी के तहत समझौता कर रखा है। यह कंपनी ई-चार्जिग स्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराने का खर्च वहन कर रही है, जबकि कंपनी ई-वाहन की चार्जिग से प्राप्त होने वाले राजस्व को एनडीएमसी के साथ साझा करेगी। बता दें कि एनडीएमसी ने 100 ई- चार्जिग स्टेशन स्थापित करने की घोषणा की थी, जिसमें से 55 चार्जिग स्टेशन जल्द शुरू हो जाएंगे।
भीड़ न लगे, इसलिए पहले मोबाइल से होगी बुकिंग
एनडीएमसी के ई-वाहनों की चार्जिग की व्यवस्था पूरी तरह से आधुनिक होगी। चार्जिंग के लिए लंबी कतार और लोगों का समय भी बर्बाद न हो, इसके लिए मोबाइल एप के माध्यम से चार्जिग स्टेशन पर स्लॉट बुक किया जा सकेगा। यानी व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार मोबाइल एप के माध्यम से वाहन चार्जिग के लिए यहां पर स्लॉट बुक करा सकेगा।
चाय-कॉफी की भी होगी सुविधा
ई-वाहन के चार्जिग के लिए 90 मिनट तक का समय लगेगा। ऐसे में वाहन चालक के लिए यहां पर चाय-कॉफी की सुविधा चुनिंदा चार्जिग स्टेशनों में उपलब्ध कराई जाएगी। वे अखबार और पत्रिका भी पढ़ सकेंगे। लोगों के रुझान के बाद एनडीएमसी इन सुविधाओं का विस्तार भी करेगा।
एनडीएमसी व दक्षिणी निगम उपयोग कर रहे हैं ई-वाहन
दिल्ली में एनडीएमसी करीब 70 और दक्षिणी निगम 62 ई वाहनों का उपयोग कर रहा है। दोनों निकायों ने पिछले वर्ष ही ई-वाहनों को अपने बेड़े में शामिल किया था। तत्कालीन निगमायुक्त पुनीत कुमार गोयल ने सख्त आदेश जारी कर निगम के सभी विभागाध्यक्षों को डीजल और पेट्रोल से चल रही गाड़ियों को छोड़ कर ई-वाहन लेने का आदेश जारी किया था। इसके बाद से निगम के विभागाध्यक्ष ई-वाहनों का उपयोग कर रहे हैं।
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