नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Coronavirus, COVID-19) संक्रमण में तेजी से बढ़त को देखते हुए देश के कई राज्यों में स्कूलों को बंद करने का ऐलान कर दिया गया है। इस क्रम में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi), उत्तराखंड (Uttrakhand), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और मणिपुर ने गुरुवार को राज्यों में तमाम स्कूलों और कॉलेजों को एहतियातन बंद करने का ऐलान कर दिया। देश भर में इस वायरस के कारण संक्रमण की संख्या में इजाफे को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में शुक्रवार को स्कूल से छात्र-छात्राओं को वापस भेज दिया गया। प्रशासन द्वारा 31 मार्च तक यहां के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। स्कूलों में देर रात इसकी सूचना पहुंचने के कारण बच्चे सुबह स्कूल पहुंच गए थे। वहां उन्हें अवकाश की जानकारी मिली। उसके बाद बच्चे वापस घर लौट गए। ऐसा ज्यादातर स्कूलों में देखने को मिला।
गुरुवार को दिल्ली सरकार द्वारा 31 मार्च तक स्कूलों, कॉलेजों और थिएटरों के बंद किए जाने की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद उत्तराखंड सरकार ने भी स्कूलों को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए और केवल उन्हीं स्कूलों को छूट दी गई जिसमें बोर्ड परिक्षाएं चल रहीं हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को ऐलान किया, ‘सभी सिनेमा हॉल 31 मार्च तक बंद रहेंगे। जिन स्कूलों में परीक्षाएं नहीं हो रहीं हैं उन स्कूलों को भी बंद कर दिया जाए। इसके अलावा कोरोना वायरस को दिल्ली सरकार ने महामारी घोषित कर दिया है।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने चीफ सेक्रेटरी, हेल्थ सेक्रेटरी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में फैसला लिया कि कोरोना वायरस को नियंत्रण में रखने के लिए राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करा दिया जाए। मणिपुर सरकार ने एक बयान जारी कर राज्य के स्कूलों को 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश दिया।