यह किसी फिल्म की पटकथा नहीं, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री रह चुके दिवंगत नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित शेखर और उनकी वकील पत्नी अपूर्वा शुक्ला की कहानी है। इस कहानी में तीसरे और चौथे किरदार की एंट्री ने इसे उस खौफनाक अंजाम तक पहुंचाने में मदद की, जिसकी शायद ही किसी ने कल्पना की होगी।
रोहित और अपूर्वा की शादी पिछले साल (2018) 12 मई को दिल्ली के अशोका होटल में हुई। इस समारोह में राजनीति, समाज और कॉरपोरेट वर्ल्ड की नामी-गिरामी शख्सियतें शामिल हुईं। इससे एक महीने पहले अप्रैल में दोनों ने सगाई की थी।
उससे पहले सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हुए दोनों की आंखें चार हुईं और फिर शुरू हुई उनकी लव स्टोरी। उन्हें जानने वालों की मानें तो सामान्य कपल की तरह कोर्टशिप के दौरान भी दोनों दो बार जुदा होते-होते बचे। हालांकि, आखिरकार परिवार और मित्रों के सहयोग से दोनों ने शादी का फैसला किया।
जून में दोनों तलाक के लिए अर्जी भी डालने वाले थे
अलबत्ता, शादी के तुरंत बाद से ही दोनों के रिश्ते प्यारपूर्ण तो छोड़िए, सामान्य भी नहीं रह गए। रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा ने उनकी हत्या के बाद कई दफा इस बात का खुलासा किया है। उनके अनुसार, शादी के दिन से ही दोनों के रिश्तों में खटास आनी शुरू हो गई थी। उज्ज्वला के मुताबिक, इसी साल जून में दोनों तलाक के लिए अर्जी भी डालने वाले थे, लेकिन किस्मत ने रोहित को इसके लिए भी वक्त नहीं दिया।
इन सबके बीच रोहित और मूलत: इंदौर की रहने वाली अपूर्वा के रिश्तों के बीच एक अन्य महिला के आने की भी खबर है। यह महिला एनडी तिवारी और उज्ज्वला के परिवार से जुड़ी हुई बताई जा रही है। वैसे उज्ज्वला की मानें तो शादी से पहले अपूर्वा के भी एक मर्द से रिश्ते थे। संभव है कि रोहित को इसकी भनक शुरू में ही लग गई हो और यहीं से दोनों के संबंध मजबूत होने के बदले लगातार कमजोर होते चले गए।
सम्पत्ति हड़पने की कोशिश करने का आरोप
अब जबकि अपूर्वा समेत छह लोग हत्या के गहरे शक की जद में आ चुके हैं, रोहित की मां उज्ज्वला ने संपत्ति के एंगल का सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने अपूर्वा और उसके परिवार पर अपने दोनों बेटों- रोहित (दूसरे पति एनडी तिवारी से) और सिद्धार्थ (उज्ज्वला के पहले पति से) की सम्पत्ति हड़पने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। उनके अनुसार, यह जमीन सुप्रीम कोर्ट के करीब है, इसलिए भी अपूर्वा की उस पर नजर थी।