छपरा.महागठबंध टूटने के एक दिन बाद लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के समर्थकों ने उनके गढ़ छपरा में जाम लगा दिया। इसे खुलवाने के लिए गए कलेक्टर और महिला एसपी पर हमला कर दिया।
कलेक्टर पर लाठी से हमला किया गया। महिला एसपी और कलेक्टर को बमुश्किल पुलिस ने बचाया। खबर लिखे जाने तक इलाके में काफी फोर्स तैनात कर थी। जाम खुलवाने की कोशिशें जारी थीं।
क्या है मामला…
बता दें कि बुधवार रात नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया दिया था। आरजेडी-जेडीयू और कांग्रेस का महागठबंधन टूट गया था। आरजेडी के समर्थक इससे भड़के हुए थे।
गुरुवार सुबह इन्होंने छपरा जिले के पहलेजा के पास जेपी सेतु तक जाने वाली सड़क को जाम कर दिया। लालू समर्थक काफी तादाद में थे। इनके पास लाठियां भी थीं।
सूचना मिलने पर दोपहर में छपरा कलेक्टर हरिहर प्रसाद और एसपी अनुसुइया रणसिंह कुछ फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे।
डीएम और एसपी पर पथराव
कलेक्टर हरिहर प्रसाद ने कहा, “जाम कर रहे लोग काफी उग्र थे। हमारी गाड़ी जैसे ही पहुंची लोग पथराव करने लगे। हमारे साथ पर्याप्त पुलिस बल नहीं था। लोगों को समझाने के लिए मैं गाड़ी से उतरकर उनके पास गया, लेकिन वहां कोई सुनने को तैयार न था।”
“मैं जैसे ही उनके पास गया वे मुझ पर हमला करने लगे। मुझे बांस (लाठी) से मारा गया। पुलिस ने मुझे किसी तरह बचाया। जान बचाने के लिए मैं अपनी गाड़ी में सवार होकर वहां से चला आया।
ज्यादा फोर्स मौके पर
डीएम और एसपी पर हुए हमले के बाद मौके पर कई थानों की पुलिस को तैनात किया गया।
खबर लिखे जाने तक इलाके में काफी तनाव था। काफी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। जाम खुलवाने की कोशिशें जारी हैं।
लालू का गढ़ है छपरा
छपरा को लालू यादव का गढ़ कहा जाता है। 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में लालू यादव यहां से चुनाव लड़े थे और उन्हें बड़ी जीत मिली थी।
2014 के चुनाव में लालू के बदले राबड़ी देवी मैदान में उतरीं, लेकिन उन्हें बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी छपरा में लालू की पैठ कम नहीं हुई। छपरा के 10 विधायकों में से 6 राजद के हैं। जेडीयू-कांग्रेस का एक-एक विधायक है। इस जिले में यादवों की तादाद ज्यादा है।