श्रीनगर:मुठभेड़ के दौरान जम्मू-कश्मीर के बारामुला में सुरक्षाबलों ने एक आंतकी को मार गिराया। वहीं, पुलिस का एक जवान भी इस मुठभेड़ में शहीद हो गया है। सुरक्षाबल और आतंकियों के बीच मुठभेड़ अब समाप्त हो गई है। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद यह पहली मुठभेड़ थी।
जवानों की मदद से उन्हें तुरंत नजदीक अस्पताल पहुंचाया गया
बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों को बारामूला में आतंकियों के ठिपे होने की जानकारी मिली। सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष दल आतंकियों की घेराबंदी की। सुरक्षाबलों को देख आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ के दौरान एसपीआे बिलाल अहमद आैर एसआइ अमरदीप परिहार घायल हो गए। जवानों की मदद से उन्हें तुरंत नजदीक अस्पताल पहुंचाया गया परंतु बिलाल ने इलाज के दौरान जख्मों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया।
इसी दौरान सुरक्षाबलों ने भी एक आतंकी को मार गिराया। मारा गया आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित था आैर उसकी पहचान मोमिन गोजरी निवासी बारामूला के रूप में हुइ है। इसके अलावा सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से काफी मात्रा में हथियार व गोलाबारूद भी बरामद किया है।
शासनिक पाबंदियों में राहत को विस्तार
5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद घाटी में पथराव की छुटपुट हुई घटनाओं के अलावा शांति का माहौल रहा है। स्थिति में सुधार को देखते हुए प्रशासन ने 70 पुलिस थाना क्षेत्रों में घोषित प्रशासनिक पाबंदियों में आठ घंटे की राहत दी। साथ ही संबंधित अधिकारियों से कहा गया है कि वह आम लोगों की आवाजाही न रोकें और सिर्फ शरारती तत्वों पर कड़ी निगाह रखते हुए उन्हें किसी भी तरह का मौका न दें।
पत्थरबाजों पर रखी जा रही है नजर
राज्यपाल के प्रमुख सचिव राेहित कंसल ने बताया कि सामान्य होते हालात से हताश हो पत्थरबाज व शरारती तत्व कई जगह वाहनों व दुकानों को जबरन बंद करा रहे हैं। हमने इन शिकायतों का संज्ञान लिया है। जो भी दुकानों को जबरन बंद कराएगा या आम लोगों की जिंदगी में किसी प्रकार का खलल पैदा करेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। यहां आम लाेग शांति व्यवस्था बनाए रखने में पूरा सहयोग कर रहे हैं। यही कारण है कि इस बार अभी तक कश्मीर में तमाम दुष्प्रचार के बावजूद कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई है।