संसार में मधुमक्खिों 20,000 से अधिक प्रजातियां हैं। शुद्ध और शानदार शहद बनाने वाली ये मधुमक्खियां एक ऐसे सिस्टम का हिस्सा हैं, जो कहीं ज्यादा विकसित और उल्लेखनीय है। इनका संगठनात्मक ढांचा तीन प्रकार की मधुमक्खियों में बंटा होता है, जिनमें रानी, मजदूर और ड्रोन है।
रानी मधुमक्खी का केवल एक ही काम है, अंडे देना। वह पूरा जीवन छत्ते में बिताती है और अंडे सेती है। श्रमिक मधुमक्खियों को सबसे कठिन काम करना पड़ता है। वे बेबी मधुमक्खियों के लिए सेल का निर्माण करती हैं। उनका ख्याल रखती हैं और छत्ते को साफ और सुव्यवस्थित करती हैं। ये मधुमक्खियां पराग भी इकट्ठा करती हैं और इसे शहद में बदलती हैं। शहद बेबी मधुमक्खियों को खिलाती हैं।
श्रमिक मधुमक्खियां रानी मधुमक्खियां बनाने के लिए कुछ अंडों का चयन करती हैं। ये विकसित होते लार्वा को रॉयल जैली फीड कराती हैं, जो एक विशेष प्रकार का शहद होता है, जिसमें उच्चस्तर पर पोषक तत्व होते हैं। रॉयल जैली एक साधारण मधुमक्खी लार्वा को रानी मधुमक्खी में बदलता है। मधुमक्खियां फसलों का परागण करती हैं, जैसे-सेब, नाशपाती, तरबूज और कद्दू की फसल में मधुमक्खियों के बिना वृद्धि नहीं होती।