पठानकोट-मंडी नैशनल हाईवे-154 पर रात को एक बड़ा हादसा हो गया। एनएच पर उरला-जोगिंद्रनगर के पास कोटकरूपी में भारी भूस्खलन से पहाड़ी दरकने से यात्रियों से भरी दो बसों सहित कई अन्य वाहन मलबे में दफन हो गए। इस हादसे में 4 घर पर चपेट में आए हैं।
चंद सेकेंड में तबाही का जो भयानक मंजर देखने को मिला, उसे बयां करना कठिन है। घटना रात 1:00 बजे के आसपास की बताई जा रही है। इस हादसे में कई और लोगों की जान जाने की आशंका है अभी तक 7 लोगों के शव मिल चुके हैं।
चाय पानी के लिए रुकी थीं कोटकरूपी में दो बसें
बताया जा रहा है कि कोटकरूपी में दो बसें रात को चाय पानी के लिए रुकी थीं। इसके अलावा कई और वाहन भी यहां पर खड़े थे। जैसे ही ऊपर से पहाड़ी दरकी दोनों बसों के अलावा वहां पर खड़े कई और वाहन भूस्खलन की चपेट में आ गए।
एचआरटीसी की बसों में एक कटड़ा-मनाली रुट पर जा रही बस थी, जिसमें करीब सात यात्री सवार थे। बस के चालक ने ऊपर से मलबा आता देखा और सवारियों को भागने को कहा।
वहीं चम्बा से मनाली जा रही बस में हताहतों की संख्या अधिक हो सकती है। ये बस मलबे के साथ एनएच से 1 किलोमीटर नीचे बह गई है। इस बस में 40 से 50 सवारियां होने की आशंका है।
बताया जा रहा है कि जो बस मनाली से कटड़ा जा रही थी, उसमें करीब 8 लोग सवार थे। इनमें से दो छा़त्राओं के शव बस के ऊपर गिरे। कई शव मलबे को हटाने के बाद बरामद हुए, जबकि चालक व परिचालक सहित 5 लोग पहले ही बाहर निकलने में कामयाब रहे।
जिन्हें घायल हालत में अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया। इस बस में सवार एक अन्य व्यक्ति प्रेम सिंह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। इधर, दूसरे छोर पर मलबे के साथ बही चंबा-मनाली बस का मलबा नाले में करीब 500 मीटर दूर बरामद हुआ। जबकि बाकियों की तलाश जारी है।
मंडी-कुल्लू मार्ग वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद किया
मंडी प्रशासन की ओर से मंडी से कुल्लू तक के लिए इस एनएच-21 को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इस मार्ग का सारा ट्रैफिक वाया कमाद- कोटला- कुल्लू कर दिया है।
इसके अलावा इस मार्ग का सारा ट्रैफिक तीन रूटो जोगिंद्रनगर- घटासनी-झटींगरी- मंडी, जोगिंद्रनगर- धर्मपुर- कोटली- मंडी तथा जोगिंद्रनगर, नौली -पद्दर- मंडी कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने हादसे में मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए देने का किया ऐलान।
सेना और एनडीआरएफ की टीमें बुलाई
सारा मंडी प्रशासन मौके पर मौजूद है। राहत व बचाव का कार्य देर रात से चल रहा है। सेना व एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर बुलाया गया है। मौके पर डीसी मंडी सहित पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौजूद है।
फिलहाल एनएच पर से मलबा हटा कर जिंदा लोगों की तलाश की जा रही है। सड़क के निकट जो वाहन दबे हुए थे, उनको निकालने की कोशिश की जा रही है। घायलों का निकटवर्ती अस्पतालों में उपचार चल रहा है।
यहां से हासिल करें जानकारी
उधर, प्रशासन की ओर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। ये नंबर हैं 01905-226201, 202,203। कोई भी व्यक्ति इन नबंरों पर फोन कर कोई भी जानकारी हासिल कर सकता है।
लोगों को निकालने के लिए आर्मी व एनडीआरएफ की टीम मौके पर
जिला मंडी की उरला पंचायत के कोटरोपी में बादल फटने से मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए आर्मी व एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है।
पालमपुर से 9 ग्रेडेनियर आर्मी के जहां 120 जवान घटनास्थल पर पहुंच गए हैं, वहीं एनडीआर के दर्जनों जवानों ने भी मौके पर बचाव कार्य शुरू कर दिया है और लापता लोगों को निकालने का कार्य शुरू कर दिया है। वहीं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी कुछ ही देर में कोटरोपी पहुंचने वाले हैं।
मलबे में दबे लोगों को निकालने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस कर्मी पहले से ही मौके पर तैनात हैं।
कोटरोपी में बादल फटने से काफी तबाही मची है
बादल फटने के कारण हिमाचल पथ परिवहन निगम की दो बसें व सात से अधिक अन्य छोटे वाहन मलबे में दब गए। इनमें सवार 50 से अधिक यात्री लापता है। वहीं कई बीघा जमीन तबाह हो गई है।
इससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। राहत एवं बचाव कार्य शुरू हो गया है। अब तक आठ शवों को निकाल लिया गया है। शनिवार रात करीब साढ़े 12 बजे बादल फटने से कोटरोपी नाले में काफी बाढ़ आ गई और मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग से गुजर रही चंबा-मनाली व कटड़ा-मनाली बसों के अलावा अन्य वाहन बाढ़ की चपेट में आने से मलबे के नीचे दब गई।
चंबा-मनाली रूट की बस में 40 से अधिक यात्री सवार थे जो लापता हो गए हैं। जबकि मनाली-कटड़ा बस में आठ यात्री थे। जो घायल हो गए हैं और पांच यात्रियों को उपचार के लिए जोनल अस्पताल मंडी पहुंचाया गया है।
अन्य वाहन व उनमें सवार यात्रियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। प्रशासन की ओर से उपायुक्त संदीप कदम सहित अन्य अधिकारी रात को ही मौके पर पहुंच गए हैं। राहत एवं बचाव दल के सदस्य मलबे में दबे वाहनों व यात्रियों को निकालने में जुटे हुए है।
दस जेसीबी मलबा हटाने के लिए लगाई गई है। उपायुक्त संदीप कदम ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य चला है। जल्द मलबे में दबे यात्रियों को निकाल लिया जाएगा।