नई दिल्ली। Fighter Plane Crash शनिवार को मध्य प्रदेश में बड़ी हवाई दुर्घटना हुई है। लड़ाकू विमान सुखोई-30 और मिराज-2000 क्रैश हो गए हैं। हादसे में एक पायलट की मौत, रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि ये हादसा मुरैना के पास हुआ है। दोनों लड़ाकू विमान अभ्यास कर रहे थे, तभी ये हादसा हो गया। वायुसेना के अनुसार प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि दोनों विमान आपस में टकरा गए। हालांकि, पूरी जानकारी जांच के बाद पता चलेगी।
Mughal Garden Name Change : राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का बदला नाम
लोगों ने सुनी तेज धमाके की आवाज
जानकारी के मुताबिक, विमान हादसा पहाड़गढ़ से करीब पांच किमी दूरी निरार रोड पर मड़वाली माता के पास हुआ है। पहाड़गढ़ क्षेत्र के लोगों को जंगल में तेज आवाज सुनाई दी। जब वे मौके पर पहुंचे तो वहां पर विमान का मलबा पड़ा हुआ था और उसमें आग लगी हुई थी। हादसे की खबर पाते ही प्रशासन घटनास्थल पर रवाना हो गया।
एक की मौत, दो घायल
विमान हादसे की वजह का अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में एक पायलट की मौत हो गई है, जबकि दो पायलट के घायल होने की खबर है। रक्षा सूत्रों ने ये भी बताया कि दोनों विमानों ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर हवाई ठिकाने से उड़ान भरी थी। वहां अभ्यास चल रहा था।
सुखोई और मिराज के टकराने की पुष्टि नहीं
दोनों फाइटर प्लेन के आपस में टकराए या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। वायुसेना इसके लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी करेगी। सूत्रों ने बताया कि हादसे के वक्त सुखोई में 2 पायलट थे, जबकि मिराज में एक पायलट था। प्रारंभिक रिपोर्ट में पता चला है कि दो पायलट सुरक्षित हैं, जबकि हेलीकॉप्टर तीसरे पायलट के स्थान पर जल्द ही पहुंच रहा है।
राजनाथ सिंह की हादसे पर नजर
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हादसे पर नजर बनाए हुए हैं। राजनाथ सिंह सीडीएस जनरल अनिल चौहान और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के संपर्क में हैं। उन्हें वीआर चौधरी ने दो विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी दी।
सीएम शिवराज ने जताया दुख
राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्लेन हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मुरैना के कोलारस के पास वायुसेना के सुखोई-30 और मिराज-2000 विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर अत्यंत दुखद है। मैंने स्थानीय प्रशासन को त्वरित बचाव एवं राहत कार्य में वायुसेना के सहयोग के निर्देश दिए हैं। विमानों के पायलट के सुरक्षित होने की ईश्वर से कामना करता हूं।
Baba Bageshwar Dham : धीरेंद्र शास्त्री के उत्तराखंड के बागेश्वर आने की संभावना