बक्सर। Buxar Ruckus News : बक्सर में मंगलवार की रात को पुलिस की बर्बर कार्रवाई से भड़के किसान बुधवार सुबह उग्र हो गए, जिसके बाद किसानों ने पुलिस और उसके वाहनों पर हमला कर दिया। नाराज किसान यहीं नहीं रुके और प्लांट के अंदर घुसकर तोड़-फोड़ आगजनी कर दी।
Old pension Scheme लागू करने को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट का बड़ा फैसला
दरअसल, बक्सर जिले (Buxar Ruckus News) के चौसा में थर्मल पावर प्रोजेक्ट से जुड़ी पाइप लाइन और रेलवे लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण के मुआवजे को लेकर किसान विरोध कर रहे थे। मंगलवार की रात घरों में घुसकर पुलिस की पिटाई के विरोध में किसान सड़कों पर उतर आए और उपद्रव करने लगे।
नाराज किसान बुधवार की सुबह जत्था बनाकर गांवों से निकले। सुबह नौ बजे के आसपास करीब 500 किसानों ने अखौरीपुर गोला के पास कुछ पुलिस वालों को पीट दिया। इसके बाद सीधे पावर प्लांट पर पहुंचे और अंदर दाखिल होकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। यहां 9.30 से करीब 11 बजे तक उपद्रव चला, जहां कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
पुलिस की ओर से की गई हवाई फायरिंग
बचाव में प्लांट के सुरक्षा गार्ड और पुलिस की ओर से हवाई फायरिंग की गई। हालांकि, इस दौरान बाहर से कोई पुलिस बल नहीं पहुंच सका। किसानों के पावर प्लांट से बाहर निकलने के घंटे से डेढ़ घंटे बाद बाहर से पुलिस बल का पहुंचना शुरू हुआ। डीएम अमन समीर, एसपी मनीष कुमार सहित बक्सर जिले के सभी बड़े पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। दोपहर बाद पौने तीन बजे डीआईजी नवीन चंद्र झा भी प्लांट में पहुंचे। जिले के सभी थानों से पुलिस को यहां बुलाकर तैनात किया गया है।
पुलिस लाइन से भी फोर्स बुलाई गई है। पूरे जिले की दमकलों को आग बुझाने में लगाया गया है। तीन घंटे की मशक्कत के बाद भी कई जगह धुआं उठ रहा है। किसानों का उपद्रव प्लांट के बाहरी हिस्से तक सीमित रहा। अंदर कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस ने कुछ किसानों को हिरासत में लिया है। इधर, प्लांट के अंदर काम कर रहे कामगार डर की वजह से भाग गए हैं। अब मौके पर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन अगल बगल के गांवों के लोग पुलिस कार्रवाई की आशंका से सहमे हुए हैं। चौसा बाजार की ज्यादातर दुकानें पूरे दिन बंद रहीं।
पुलिस ने घर में घुसकर किसानों को पीटा
दरअसल, किसान चौसा के पास बन रहे थर्मल पावर प्लांट से जुड़ी जलापूर्ति पाइप लाइन और रेलवे लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण के मसले पर प्रदर्शन कर रहे थे। विरोध में किसानों ने निर्माणाधीन बिजलीघर के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया था। इसका तब तो प्रशासन ने कोई विरोध नहीं किया, लेकिन रात होते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल प्रभावित गांवों में पहुंच गया। इस दौरान कई किसानों के घर में घुसकर पुलिस ने बेरहमी से मारपीट की। किसानों ने पुलिस वैन में भी आग लगा दी है।
किसानों की पिटाई के वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर किसानों के साथ मारपीट के वीडियो वायरल भी हो रहे हैं। किसानों का दावा है कि पुलिस आधी रात के बाद बनारपुर और अन्य प्रभावित गांवों के किसानों के घर पहुंची थी। इस दौरान पुलिसवालों ने जबरदस्ती घरों में दाखिल होकर किसानों की पिटाई की।
Global Investors Summit 2023 : पीएम बोले- एमपी अजब, गजब और सजग