बेंगलुरु :कर्नाटक में चर्चित खनन कारोबारी और बीजेपी नेता जी जनार्दन रेड्डी 600 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी के मामले में पुलिस के संदेह के घेरे में आ गए हैं। रेड्डी पर निवेश धोखाधड़ी के मामले में आरोपी सैयद अहमद फरीद की ‘मदद’ करने का आरोप है। पुलिस ने कहा है कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि रेड्डी और उनके सहयोगी अली खान को ईडी के अधिकारियों से ‘सौदा’ करने के लिए फरीद से 57 किलो सोना (18 करोड़ रुपये मूल्य) मिला था।
निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप
फरीद और उनके बेटे सैयद अहमद आफाक पर दिसंबर 2016 में अपनी ऐम्बिडेंट मार्केटिंग कंपनी के जरिए हजारों निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है। बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में पुलिस आयुक्त टी सुनील कुमार ने कहा, ‘क्राइम ब्रांच कई लोगों की शिकायत के बाद ऐम्बिडेंट मार्केटिंग कंपनी के वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही है। लोगों का आरोप है कि कंपनी ने उनके साथ धोखाधड़ी की है।’
15 हजार निवेशकों से पैसा इकट्ठा किया
कुमार ने कहा, ‘हमने बैंक खातों को सीज कर दिया है और उनकी जांच कर रहे हैं। 18 करोड़ के एक ट्रांजैक्शन को लेकर संदेह पैदा हो गया है। इसलिए हमने जी जनार्दन रेड्डी, अली खान और अन्य को पूछताछ के लिए बुलाया है।’ इस बीच पुलिस ने रेड्डी के अपार्टमेंट पर बुधवार को तलाशी अभियान चलाया था और कुछ दस्तावेज जब्त किए थे।
आरटी नगर से काम करने वाली ऐम्बिडेंट मार्केटिंग कंपनी ने 15 हजार निवेशकों से पैसा इकट्ठा किया जिनमें से ज्यादातर मुस्लिम हैं। उनसे वादा किया कि कंपनी उन्हें इस पैसे पर इस्लामिक तरीके से रिटर्न मुहैया कराएगी। कंपनी ने 30 से 40 फीसदी रिटर्न देने का वादा किया। शुरू में निवेशकों को कुछ लाभ दिया गया लेकिन कुछ महीने बाद ही कंपनी पैसे के भुगतान से आनाकानी करने लगी।
18 करोड़ रुपये एक बैंक खाते में ट्रांसफर किए
इसके बाद निवेशकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और प्रदर्शन किया। इस साल जनवरी महीने में ईडी के अधिकारियों ने कंपनी पर छापा मारा। बाद में क्राइम ब्रांच ने इसकी जांच शुरू की और फरीद को अरेस्ट कर लिया। कुमार ने कहा, ‘हमने पाया कि एक कंपनी ने 18 करोड़ रुपये एक बैंक खाते में ट्रांसफर किए हैं। जांच में पता चला कि यह पैसा सोने के कारोबारी रमेश कोठारी को ट्रांसफर किया गया है।’
उन्होंने कहा, ‘कोठारी से पूछताछ में पता चला कि उसे 57 किलोग्राम सोना बेल्लारी के राजमहल फैंसी जूलर्स के रमेश को सौंपने का निर्देश मिला था। हमने रमेश को पकड़ा तो उससे पूछताछ में अली खान के बारे में जानकारी मिली जो रेड्डी का सहायक है। रमेश ने बताया कि यह सोना उसने अली खान को दिया था।’