लखनऊ : समाजवादी पार्टी में जारी कलह के बीच मुलायम सिंह यादव को चिट्ठी लिख कर अपना पक्ष रखने वाले व अखिलेश यादव के प्रति समर्थन जताने वाले एमएलसी उदयवीर सिंह को समाजवादी पार्टी से बरखास्त कर दिया गया है. उन्हें छह साल के लिया पार्टी से बाहर किया गया है. उदयवीर सिंह ने मुलायम को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अखिलेश अपनी सौतेली मां के राजनीतिक षडयंत्र का शिकार हैं, जिसमें उनके साथ शिवपाल यादव मिले हुए हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूरे हालात पर पार्टी के कुछ प्रमुख नेताओं से आज चर्चा की है. रविवार को सुबह 11 बजे अखिलेश यादव ने अपने आवास पांच कालीदास रोड पर विधायक व एमएलसी की बैठक बुलायी है. समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव भी 24 अक्तूबर को विधायकों के साथ बैठक करेंगे.
उदयवीर के निष्कासन के फैसले के संबंध में सपा प्रवक्ता अम्बिका चौधरी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह को अनुशासनहीनता के आरोप में छह साल के लिए सपा से निष्कासित कर दिया गया है. चौधरी ने कहा कि अमर्यादित तरीके से अनुशासनहीन आचरण करने वालों को किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा. पार्टी पिछले 25 सालों में अनुशासन और संकल्प के बलबूते ही यहां पहुंची है. उदयवीर ने जो अमर्यादित, अशोभनीय और अनुशासनहीन आचरण किया है, उसके लिए उन्हें पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है.
उन्होंने बरखास्तगी के बाद यह भी कहा कि वे चिट्ठी में लिखी गयी अपनी बातों पर पूरी तरह कायम हैं और रहेंगे. उदयवीर सिंह ने कहा कि बरखास्तगी का मुझे अपसोस नहीं है, लेकिन नेताजी के पास सही बात नहीं पहुंच रही है.
उधर, अपने समर्थक उदयवीर के निष्कासन के बाद अखिलेश यादव ने पार्टी के यूथ विंग के नेताओं की पांच कालीदास रोड पर बैठक बुलायी है. वहीं, इस बीच अखिलेश से मिलने पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता पहुंचे, जिनमें स्पीकर माता प्रसाद पांडेय, किरणमय नंदा, नरेश अग्रवाल, राजेंद्र चौधरी व रेवती रमण शामिल हैं. शाम में पौने सात बजे के करीब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ बैठक कर सभी नेता रवाना हो गये.