नई दिल्ली: जम्मू से दिल्ली आ रही दुरंतो एक्सप्रेस के यात्री देश की राजधानी में ही लूटपाट के शिकार हो गए। बादली के पास बदमाशों ने यात्रियों से चाकू दिखाकर मोबाइल, कैश और जूलरी लूट ली। बदमाशों ने कोच नंबर B3 और B7 के यात्रियों को निशाना बनाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दूरंतो में लूटपाट की यह वारदात गुरुवार तड़के स्टेशन के आउटर पर करीब 3:30 बजे हुई। बदमाशों की संख्या 5 से 10 के बीच बताई जा रही है। हालांकि, डीसीपी रेलवे दिनेश गुप्ता ने दावा किया कि बदमाश 3 से 4 थे, इसलिए यह वारदात डकैती नहीं, लूट की श्रेणी में है।
ट्रेन के सिग्नल फेल कर दिया वारदात को अंजाम
बताया जा रहा है कि पहले बदमाशों ने ट्रेन के सिग्नल फेल किए और फिर ट्रेन में दाखिल हो गए। बताया जा रहा है कि हथियारबंद बदमाश कोच बी-3 और बी-7 में घुसे और चाकू के बल पर यात्रियों को लूटना शुरू कर दिया। चूंकि कोच एसी था तो पैसेंजरों की आवाज तक बाहर नहीं आ पाई।
लगभग 20 मिनट तक ट्रेन में लूटपाट चलती रही, लेकिन ट्रेन में मौजूद किसी सुरक्षा जवान को इसकी भनक तक नहीं हुई। करीब 4 बजे ट्रेन बादली आउटर से चली और जब ट्रेन 4:20 बजे सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन पहुंची, तब यात्रियों ने पुलिस को शिकायत की। रेल मंत्रालय के ट्विटर पर भी शिकायत की जा चुकी थी।
ऐसे हुई लूटपाट
जम्मू से दिल्ली सराय रोहिल्ला आने वाली दुरंतो एक्सप्रेस 12266 का दिल्ली सराय रोहिल्ला पहुंचने का समय 4:20 बजे का है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, यह ट्रेन सुबह 3:06 बजे सोनीपत से पास हुई, उसके बाद 3:16 बजे दिल्ली के पहले स्टेशन नरेला से होकर बादली की ओर आ रही थी।
बादली रेलवे स्टेशन मास्टर ने ट्रेन को ग्रीन सिग्नल दिया हुआ था, लेकिन किसी को क्या पता था कि आउटर पर बदमाश पहले से जाल बिछाए बैठे हैं। बदमाशों ने जैसे ही ट्रेन को आते देखा, सिग्नल फेल कर दिया। सिग्नल अचानक ग्रीन से रेड हो गया। 3:24 ट्रेन बादली आउटर पर रुक गई। शिकायतकर्ता अश्वनी कुमार ने बताया कि 5 से 10 बदमाश ट्रेन के बी-3 और बी-7 कोच में घुस गए और पैसेंजरों के गले पर चाकू रखकर लूटपाट शुरू कर दी।
बाहर बिल्कुल अंधेरा और एसी कोच से बाहर आवाज भी नहीं जा पा रही थी। बदमाशों ने लाखों को माल समेट लिया। सिग्नल विभाग की टीम भी सिग्नल लोकेशन पर पहुंची, लेकिन उन्हें भी घटना के बारे में पता नहीं चल पाया। सिग्नल दोबारा ग्रीन होने के बाद 3:53 बजे ट्रेन आउटर से चली और फिर सराय रोहिल्ला पहुंच गई।
कैसे हो जाता है सिग्नल फेल
रेलवे ट्रैक पर सिग्नल पोस्ट के पास ट्रैक सर्किट और ग्लू जॉइंट होता है, जो सीधा सिग्नल से जुड़ा होता है। ग्लू जॉइंट पर एक सिरा प्लस का होता है जबकि एक माइनस का। अगर किसी धातु जैसे लोहा, एल्यूमिनियम व अन्य से इन दोनों सिरे को मिला दिया जाए तो ट्रैक का सर्किट फेल हो जाता और सिग्नल फेल हो जाता है। बताया जा रहा है कि इस मामले में भी बदमाशों ने ऐसा किया। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार इसी जगह पर असामाजिक तत्व ऐसा पहले भी करते रहे हैं।
हादसे की रहती है संभावना
ट्रेन को जब ग्रीन सिग्नल मिलता है तो ट्रेन फुल स्पीड में चलती है। दुरंतो एक्सप्रेस की अधिकतम रफ्तार 130 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है। अगर ग्रीन सिग्नल अचानक रेड हो जाए तो नियम के अनुसार ड्राइवर को ट्रेन रोकनी पड़ती है। फुल स्पीड से अचानक ट्रेन को रोकने पर ट्रेन के पटरी से उतरने का खतरा रहता है। बता दें कि इस रूट पर नरेला के पास इमरजेंसी ब्रेक लगाने से कालका मेल पटरी से उतर चुकी है।
बीते साल में बढ़ी लूट की घटनाएं
रेलवे के रेकॉर्ड पर नजर डाली जाएं तो दिल्ली सीमा में ट्रेनों और स्टेशनों पर लूट की घटनाओं में इजाफा हुआ है। जीआरपी के रेकॉर्ड के अनुसार साल 2018 में लूट के 14 मामले दर्ज किए गए जबकि 2017 में 10 मामले दर्ज हुए थे। जीआरपी का दावा है कि 2018 में दर्ज हुए सभी मामलों को सुलझा लिया गया।
जीआरपी के आंकड़े कहते हैं कि 2018 में डकैती की कोई भी वारदात नहीं हुई। जबकि 2017 में डकैती की 3 वारदात हुई, जिन्हें बाद में सुलझा लिया गया था।
दिनेश गुप्ता, डीसीपी रेलवे का कहना है कि हमें मिली जानकारी के अनुसार जैसे ही ट्रेन बादली के आउटर पर रुकी तो ट्रेन में 3 से 4 बदमाश एसी कोच में घुस गए और लूटपाट की। इस मामले में लूट का केस दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश में टीम जुट गई है। बहुत जल्द आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।