देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून के घंटाघर स्थित हेमवती नंदन बहुगुणा कांप्लेक्स में ‘उत्तरा समकालीन कला संग्रहालय‘ के लोकार्पण किया। उन्होंने कला संग्रहालय को प्रदेश के लिये विशेष निधि बताया। कहा कि इससे राज्य के नवोदित कलाकारों को मंच मिलेगा। पुराने स्थापित कलाकारों की कृतियों को भी सुलभता से प्रदर्शित किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चयनित स्थानीय युवा नवोदित कलाकारों को दिल्ली आर्ट गैलरी का भ्रमण भी कराया जाय। उन्होने संस्कृति विभाग, जिसे इस आर्ट गैलरी का संचालन करना है, को निर्देश दिये कि आर्ट गैलरी के रखरखाव और संचालन के लिये नियमित धनराशि की व्यवस्था की जाय। मुख्यमंत्री ने कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।
प्रसिद्ध चित्रकार एवं शिल्पी सुरेंद्र पाल जोशी ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया कि उन्होंने व्यक्तिगत रुचि दिखाते हुए इस आर्ट गैलरी का काम समय से पूरा कराया। संग्रहालय का निर्माण मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा जाने माने आधुनिक चित्रकार एवं शिल्पी सुरेंद्र पाल जोशी के मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देशन में किया गया है। इसका संचालन संस्कृति विभाग द्वारा किया जाएगा। संग्रहालय का निर्माण माह सितंबर 2016 में शुरू किया गया था। इसकी कुल लागत भूतल में रखी गई सभी पेंटिंग व कलाकृतियों सहित 192 लाख है। संग्रहालय का क्षेत्रफल 408 वर्ग मीटर है। प्रथम तल में उपलब्ध स्थान कलाकारों को कला प्रदर्शित किए जाने के लिए उपलब्ध रहेगा। यह संग्रहालय देश में आपदा पर आधारित पहला संग्रहालय भी है। उत्तरा समकालीन कला संग्रहालय में 2013 में आई आपदा के क्षणों को आर्ट के रुप में प्रस्तुत एवं संरक्षित भी किया गया है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, विधायक खजान दास, चित्रकार एवं शिल्पी सुरेंद्र पाल जोशी, वीसी एमडीडीए विनय शंकर पांडे, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट उपस्थित थे।