देहरादून। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं के उत्पीडन के विरोध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की गई। उन्होंने कहा कि ग्राम-पंचायत प्रतिनिधियों को सरकार की तरफ से धमकाया जा रहा है। आरोप लगाया कि कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को भाजपा ज्वाइन करने को कहा जा रहा है। जो कायकर्ता इनकार कर रहा है उसे डराया जा रहा है। उन्होंने कहाकि सरकार की ओर से कांग्रेस की ओर से उठाए गए प्रकरणों पर 24 अक्टूबर तक प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई तो 25 अक्टूबर को कांग्रेस के विधायक दल के सदस्य धरने पर बैठेंगे।
प्रीतम ने कहा कि पुलिस उत्पीडन के खिलाफ धारचूला विधायक हरीश धामी धरने पर बैठै हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी उनके साथ धरने पर बैठे थे। विकासखंड धारचूला के ब्लॉक प्रमुख के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, जिसमें 12 अक्टूबर को वोटिंग होनी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पीठासीन अधिकारी के बीमारी का बहाना बनाकर वोटिंग की तिथि पांच नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि कोई पीठासीन अधिकारी बीकार है तो अविश्वास प्रस्ताव जैसे महत्वपूर्ण विषय को निरस्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए तिथि बदल दी गई है।