नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आर्मी अस्पताल में बुधवार को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन समेत कई वरिष्ठ मंत्री और नेता ने कोरोना टीका लगवा चुके हैं। देश में अब तक 1. 56 करोड़ लोगों का टीकाकरण हो चुका है। बता दें कि 16 जनवरी को भारत में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई। वहीं एक मार्च से देश में कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत हुई। इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 साल से ज्यादा लोगों टीकाकरण हो रहा है। देश में कोरोना टीकाकरण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशिल्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है।
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राष्ट्रपति कोविंद ने कोरोना टीकाकरण को लेकर उन्होंने पहले कहा था कि
यह बहुत ही गर्व की बात है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम चला कर रहा है। इसमें इस्तेमाल हो रहे दोनों टीकों का उत्पादन स्वदेशी रूप से हो रहा है। इससे पहले आज केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने तिरुवनंतपुरम के जिला चिकित्सा कार्यालय के एक कोरोना टीकाकरण केंद्र में कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली। मुख्यमंत्री ने सभी पात्र लोगों से आगे आने और स्वयं टीकाकरण करने की अपील की। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी बुधवार को कोरोना वैक्सीन पहली डोज ली।उन्होंने भी सभी पात्र लोगों से टीकाकरण करने की अपील की।
सभी निजी अस्पतालों में लगेगा टीका
कोरोना टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए सरकार ने निर्धारित मानदंडों का पालन करने वाले सभी निजी अस्पतालों को भी टीका लगाने की अनुमति दे दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार रात को एक बयान जारी करके इसकी जानकारी दी। इसमें कहा गया कि सभी निजी अस्पतालों को कोरोना टीकाकरण केंद्र के तौर पर काम करने की अनुमति दे दी गई है। बशर्ते उनके पास टीका लगाने वाले पर्याप्त कर्मचारी, लाभार्थियों को निगरानी में रखने के लिए समुचित व्यवस्था, कोल्ड चेन, और टीका लगाने के बाद प्रतिकूल प्रभाव वाले लोगों के इलाज की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
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