अंतर-ससंदीय संघ के अध्यक्ष का भारतीय संसद में स्वागत

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अंतर-संसदीय संघ

नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज अंतर-संसदीय संघ (IPU) के अध्यक्ष के सामने ब्रिटिश संसद को आईना दिखा दिया। उन्होंने नाम लिए बिना कहा कि किसी देश के अंदरूनी विषय में दूसरे देश की संसद में चर्चा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। बिरला ने कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और विस्तारवाद के खिलाफ नीति को स्पष्ट रूप से सामने रखा है। उन्होंने कहा कि भारत संवाद के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों के समाधान का पक्षधर है। लोकसभा अध्यक्ष ने ये बातें आईपीयू अध्यक्ष दुआरते पचेको के स्वागत समारोह के दौरान कही।

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ब्रिटेन को दिखाया आईना

बिरला ने दोहराया, ‘‘हर देश की अपनी संप्रभुता है। इसे मद्देनजर रखते हुए आवश्यक है कि किसी देश के अंदरूनी विषयों या उसकी संसद में बने कानूनों पर अन्य देशों की संसद में चर्चा नहीं होनी चाहिए।’’ समझा जाता है कि उनका संकेत ब्रिटेन की संसद में हाल में किसानों के मुद्दे पर हुई चर्चा की ओर था।

IPU अध्यक्ष ने बांधे भारत की तारीफों के पुल

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत ने हमेशा वैश्विक शांति एवं स्थिरता के लिए काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, विस्तारवाद के खिलाफ नीति को स्पष्ट रूप से सामने रखा है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत संवाद के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों के समाधान का पक्षधर है।’’ बिरला ने कहा कि भारतीय संसद लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत कर रही है तथा विश्व में लोकतंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में लगातार प्रयत्नशील है।

UNSC की सदस्यता की दावेदारी का समर्थन

इस अवसर पर पुर्तगाली संसद के सदस्य पचेको ने अंतर-संसदीय संघ भारत को आईपीयू का खास मित्र बताया और कहा कि उसने संसदीय कूटनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। वैश्विक व्यवस्था में भारत को उचित स्थान मिलने पर जोर देते हुए पचेको ने कहा, ‘‘पुर्तगाल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी का समर्थन करता है।’’

पीएम मोदी के कार्यों की सराहना

प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए पचेको ने कहा कि भारत ने आर्थिक और सामाजिक विकास में काफी उपलब्धियां हासिल की हैं और उनके नेतृत्व में भारत में गरीबी घटी है। पचेको ने आगे कहा, “इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन(IPU) संसदीय कूटनीति की सबसे पुरानी संस्था है, इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन 130 साल पुरानी संस्था है। IPU ने अपने कामों की वजह से दो नोबेल शांति पुरस्कार जीते। IPU सबके लिए लोकतंत्र की रक्षा करता है।”

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