टनकपुर-जौलजीवी सड़क निर्माण के दौरान टनकपुर के ठूलीगाड़ के पास पहाड़ी दरकने से रोड ठेकेदार की मौके पर ही मौत हो गई। पोकलैंड ऑपरेटर ने छलांग लगाकर जान बचाई। हादसे में वह भी मामूली रूप से जख्मी हो गया। देर शाम तक रेस्क्यू टीमें ठेकेदार का शव बरामद करने में जुटी हुई थीं। पोकलैंड मशीन भी मलबे के ढेर में दफन हो गई।
आरजीबी कंपनी को मिला था सड़क का ठेका
परियोजना क्रियान्वयन इकाई (पीआईयू) की ओर से इन दिनों महत्वाकांक्षी टनकपुर-जौलजीवी सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। पहले फेज में यह सड़क टनकपुर के ठुलीगाड़ से रुपालीगाड़ तक बननी है। सड़क का ठेका आरजीबी कंपनी को मिला हुआ है। आरजीबी ने सड़क ने सड़क निर्माण का ठेका अलग-अलग ठेकेदारों को बांटा है। एक किमी से 29 किमी सड़क निर्माण का ठेका पिथौरागढ़ के एचोली निवासी 55 वर्षीय ठेकेदार परमानंद जोशी को मिला है।
पुलिस के मुताबिक सोमवार शाम करीब चार बजे ऑपरेटर लक्ष्मण चंद्र निवासी खैरना (नैनीताल) अंग्रेज पहाड़ी को बीच से काटकर सड़क बना रहा था। इसी दौरान अचानक पहाड़ी का बड़ा हिस्सा ढह गया। इससे पहले ऑपरेटर जेसीबी से कूद गया जबकि पास खड़े ठेकेदार परमानंद जोशी मलबे के ढेर में समा गए।
सूचना मिलने पर सीओ आरएस रौतेला, तहसीलदार पूनम पंत, कोतवाल अरुण वर्मा, लोनिवि के एई अनुपम राय, बीएस पोखरिया और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। टीमों ने एक जेसीबी की मदद से मलबे के ढेर में दबे ठेकेदार को निकालने का प्रयास शुरू कर दिया था। साथ ही घायल ऑपरेटर को प्राथमिक उपचार के लिए पास बने स्वास्थ्य शिविर में पहुंचाया गया। गनीमत यह रही कि हादसे के दौरान मजदूर घटना स्थल से काफी दूरी पर काम कर रहे थे। सीओ आरएस रौतेला ने बताया कि ठेकेदार और पोकलैंड मशीन मलबे के ढेर में दब गए हैं।