लालढांग क्षेत्र में स्थानीय ट्रक और ट्रैक्टर ट्रॉली मालिकों ने कोटद्वार से खनन सामग्री लेकर गुजर रहे ओवरलोड वाहनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। आरोप है कि हरिद्वार में खनन बंद होने से वह बेरोजगार हो गए है। कहा कि जब वह अपने वाहनों में 90 कुंतल से अधिक खनन सामग्री ले जाते थे तो पुलिस नहीं ले जाने देती थी, लेकिन अब पुलिस बाहर के ओवर लोड वाहनों पर चुप्पी साधे हुए है।
प्रति वाहन 250 से 300 कुंतल लाई जा रही खनन सामग्री
लालढांग क्षेत्र के वाहन मालिकों ने बुधवार को कटेबढ़ चैराहे पर पहुंचकर कोटद्वार से आ रहे ओवरलोड वाहनों को रोककर विरोध प्रदर्शन किया। हरिद्वार क्षेत्र में वन निगम का खनन बंद होने से स्थानीय वाहन मालिकों का रोजगार बंद हो गया है, जिसके चलते स्थानीय स्टोन क्रशरों पर कोटद्वार से खनन सामग्री की आपूर्ति की जा रही है। 40 से ज्यादा डंपर और ट्रक कोटद्वार से कटेबढ़ और श्यामपुर स्टोन क्रशरों पर खनन सप्लाई कर रहे है, जिनमें प्रति वाहन 250 से 300 कुंतल खनन सामग्री लाई जा रही है।
वाहन मालिकों के आरोप है कि उन्हें तो 90 कुंतल खनन सामग्री देने का नियम तय किया गया था। इससे अधिक माल होने पर पुलिस ओवरलोड पर कार्रवाई कर देती थी। अब पुलिस और परिवहन विभाग चुप क्यों है। वाहन मालिकों का आरोप है कि कोटद्वार से खनन सामग्री लेकर आने वाले ओवरलोड वाहन लालढांग बाजार से होकर गुजर रहे है, जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।