मेयर मनोज गर्ग ने कहा है कि नगर निगम बोर्ड ने कोई प्रस्ताव पारित ही नहीं किया है तो बस अड्डा कैसे शिफ्ट हो सकता है। उन्होंने इसे कोरी अफवाह बताते हुए कहा कि कोई बताए कि किसने इसका लिखित आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि बस अड्डा शिफ्टिंग का प्रचार करके शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। कहा कि हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण भी निगम बोर्ड को दरकिनार करके निर्णय नहीं ले सकता। मेयर ने यह बात गुरुवार शाम को व्यापारियों और भाजपा नेताओं के साथ बैठक में कही। हालांकि, इस बैठक में बस अड्डा शिफ्टिंग को लेकर आंदोलन कर रहे व्यापारी व नेता शामिल नहीं हुए।
सरकार स्थानीय जनता व संगठनों से करेगी सलाह मशविरा
लगभग दो माह से बस अड्डा शिफ्टिंग को लेकर आंदोलन चल रहा है। मेयर ने अचानक गुरुवार शाम को अपने कार्यालय में कुछ व्यापारियों की बैठक बुला ली। हालांकि बैठक में भाजपा समर्थित व्यापारी व नेता ही शामिल हुए। लेकिन बैठक के बाद वे भी संतुष्ट नहीं दिखे। बैठक में मेयर मनोज गर्ग ने कहा कि बस अड्डे की शिफ्टिंग की बात को अफवाह बताया। उन्होंने कहा कि अगर बस अड्डा शिफ्ट हुआ तो पहले सरकार स्थानीय जनता व संगठनों से सलाह मशविरा करेगी।
मेयर ने कहा कि हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण एक स्वतंत्र इकाई है। लेकिन नगर निगम बोर्ड को दरकिनार नहीं किया जा सकता। बस अड्डा शिफ्टिंग तो तब होगा जब निगम बोर्ड प्रस्ताव पारित करता। कहा कि बोर्ड बैठक में विरोध होने के कारण एनडीआरएफ को भी जमीन नहीं दी गई थी। तो बस अड्डे के लिए जमीन कैसे दी जा सकती है। कहा कि उनके मेयर रहते बस अड्डा शिफ्टिंग का प्रस्ताव पारित नहीं होगा।