नई दिल्ली: देश में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 39726 नए मामले सामने आए हैं। यह पिछले 10 महीन में औसतन सबसे तेज उछाल है। इस अवधि में औसतन सात दिन में कोरोना मामलों में 39 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई। वहीं, राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 607 नए मामले सामने आए। यह पिछले लगभग ढाई महीने में प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों की सबसे ज्यादा संख्या है। इससे पहले इस साल दिल्ली में 6 जनवरी को 654 मामले आए थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया कि एक और मरीज की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों की संख्या 10,949 पर पहुंच गई। दिल्ली में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 6,45,632 हो गए हैं और अब तक 6.31 लाख लोग ठीक हो चुके हैं।
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पिछले पांच दिन में बढ़े एवरेज डेली केस
पिछले पांच दिनों में, सात दिन की अवधि में डेली एवरेज केस हर दिन 5% से अधिक बढ़ रहे हैं। इस अवधि के दौरान ग्रोथ रेट 5.2%, 5.8%, 6.6%, 7.4% और 8.7% रही है। यह पांच दिनों की अवधि में दैनिक मामलों में सबसे तेज ग्रोथ है। इससे पहले, पिछले साल 19 से 22 मई के दौरान अधिकतम चार दिनों के लिए 5% की डेली ग्रोथ वृद्धि देखी गई थी।
कोरोना संक्रमण की रफ्तारी में भी बढ़ोतरी
पिछले सात-आठ दिनों से दिल्ली में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ने लगा है और पहले चार दिन 400 से अधिक नए मामले आए, बुधवार को यह आंकड़ा 5 सौ के पार दर्ज हुआ और एक दिन बाद ही यह छह सौ के पार पहुंच गया। यही नहीं अब संक्रमण रेट भी बढ़ रहा है। 1 मार्च को दिल्ली का संक्रमण रेट 0.44 पर्सेंट था जो 18 मार्च को 0.76 पर्सेंट तक पहुंच गया है।
तो दिल्ली में बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा
दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब 800 से ज्यादा मरीज अस्पतालों में एडमिट हो चुके हैं, जो एक समय 500 से भी कम थे। यही नहीं, एडमिट मरीजों में से 159 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। यानी कुल मरीजों का 20 पर्सेंट वेंटिलेटर पर हैं। रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल में एडमिट होने वाले हर पांच में से एक मरीज को वेंटिलेटर की जरूरत हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर मरीजों की संख्या बढ़ेगी, तो एक बार फिर दिल्ली में मौत का आंकड़ा भी बढ़ सकता है।
राजधानी में अभी 86 पर्सेंट बेड खाली
दिल्ली में कोरोना के लिए कुल 5,711 बेड्स रिजर्व हैं। इनमें से 803 बेड्स पर मरीज हैं, यानी कुल रिजर्व बेड्स के 14 पर्सेंट बेड्स पर मरीज है। बाकी 86 पर्सेंट मतलब 4908 बेड्स खाली है। रिपोर्ट के अनुसार कुल 785 वेंटिलेटर बेड्स रिजर्व हैं। इनमें से 159 बेड्स भर गए हैं और 626 बेड्स खाली हैं। हालांकि, एक्सपर्ट का कहना है जिस प्रकार दिल्ली में पिछले दिनों कोरोना नियंत्रण में था और लगातार 200 से कम मामले आ रहे थे, वह अब इतना बढ़ गया है कि अस्पतालों में 800 से ज्यादा मरीज एडमिट हैं।
केंद्र दे छूट तो 3 महीने में पूरी दिल्ली को लग सकती है वैक्सीन
राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए गुरुवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि दिल्ली में वैक्सीनेशन को अब युद्ध स्तर पर बढ़ाया जाएगा। दिल्ली में अभी रोजाना 30 से 40 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है, जिसे बढ़ाकर 1.25 लाख यानी तीन गुने से ज्यादा किया जाएगा। सीएम ने केंद्र से अपील की है कि 18 साल से कम उम्र और कुछ मेडिकल कंडीशन वाले लोगों को छोड़कर सबके लिए वैक्सीनेशन शुरू कर देनी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ये रोक हटा दे तो दिल्ली सरकार 3 महीने के अंदर पूरी दिल्ली को वैक्सीन लगा सकती है।
सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक लगेगी वैक्सीन
दिल्ली सरकार का कहना है कि राजधानी में वैक्सीनेशन सेंटर की संख्या 500 से बढ़ाकर एक हजार की जाएगी। सरकारी सेंटर्स पर वैक्सीन लगाने के टाइम को बढ़ाया जाएगा। इन सेंटरों पर सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक वैक्सीन लगाई जाएगी।
कोरोना नियमों को लेकर फिर से सख्ती
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो लोग कोरोना को लापरवाही बरत रहे हैं और कोविड 19 के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ अब सख्ती होगी। मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ सख्ती होगी। केजरीवाल ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, लोग कोरोना के नियमों का पालन करें।
कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 647 हुई
दिल्ली में जिस तेजी से कोविड मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसी तेजी से एक्टिव मामले भी बढ़ रहे हैं। अब दिल्ली में कोविड के 2,924 एक्टिव केस हो गए हैं और एक बार फिर दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ रही है। राजधानी में अब कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ कर 647 हो गई है।