देहरादून। संवाददाता। समाज कल्याण विभाग के छात्रवृति घोटाले की जांच में एकाएक तेज़ी देखी जा रही है। छात्रवृति घोटाले में गठित एसआईटी के द्धारा प्रेमनगर थाने में कई नामज़द शिक्षण संस्थानों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज होने के बाद शिक्षण संस्थानों के साथ ही सम्बन्धिक विभागों के अधिकारियों की नींदे उड़ती जा रही हैं। क़ानूनी जानकारों के मुताबिक़ इस घोटाले में ज़िला समाज कल्याण अधिकारी मुख्य तौर पर आरोपी बनाकर उनके ऊपर सख़्त कार्रवाई आने वाले दिनो में देखी जा सकती है।
वहीं इस चर्चित घोटाले पर जानकारी देते हुए राज्य में अपराध व क़ानून व्यवस्था की जिम्मेदारी निभा रहे पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया की पूर्व में मेवाड़ कॉलेज छात्रवृति घोटाले में इसी तरह से स्कैम हुआ था जिसमें फर्जी तरीके से छात्रों के नाम पर रक़म ली गई थी, जिसमें कॉलेज के द्धारा छात्रों को छात्रवृति दिलाकर मुफ्त में शिक्षा देने की बात कही थी लेकिन उसके बाद बच्चों को कोई भी परीक्षा या कॉलेज से कोई पत्र नहीं दिया गया था। जिसके बाद पुलिस ने घोटाले का खुलासा करके संबंधितों को गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह से वर्तमान में भी एसआईटी विवेचना कर रही है, निष्पक्ष विवेचना के बाद अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।