देहरादून। दून मेडिकल कॉलेज का प्रकरण राजभवन पहुंच गया है। बुधवार को अभिभावकों ने इस मामले में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात की। जिसके बाद राज्यपाल ने चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना से 25 दिसम्बर तक पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।
बता दें, दून मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस द्वितीय बैच के छात्रों ने एनॉटमी की सप्लीमेंटरी परीक्षा में प्रैक्टिकल में परीक्षकों (पैनल) पर जानबूझकर कम अंक देकर फेल करने का आरोप लगाया था। छात्रों ने इसकी शिकायत कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. नवीन थपलियाल से भी की थी।
छात्रों का आरोप था कि एनॉटमी की थ्योरी में उनके बेहतर अंक हैं, लेकिन प्रयोगात्मक परीक्षा में कम अंक होने के कारण 40 छात्र-छात्राएं फेल हो गए हैं। इस मामले में छात्र सोमवार शाम से धरने पर थे। एचएनबी मेडिकल यूनिवर्सिटी ने इस मामले में पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की है। चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। डॉ. सयाना ने बताया कि कमेटी की गुरुवार को बैठक बुलाई गई है। जिसमें एमसीआइ के मानक व विवि के नियमानुसार निर्णय लिया जाएगा। इस विषय में राजभवन को भी जानकारी दी गई है।
निदेशक के मनाने पर माने छात्र
दून मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस द्वितीय बैच के छात्रों ने अपना आंदोलन बुधवार को स्थगित कर दिया है। मंगलवार देररात खुद चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना छात्रों के बीच पहुंचे और उन्हें मनाने प्रयास किया।
हालांकि छात्र एनॉटमी की सप्लीमेंटरी की प्रयोगात्मक परीक्षा के परिणाम में सुधार व विभागाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। इस पर चिकित्सा निदेशक ने छात्रों को आश्वस्त किया कि प्रयोगात्मक परीक्षा में कम अंक मिलने के मामले का जल्द समाधान किया जाएगा। विभागाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग को उन्होंने खारिज कर दिया। उधर, छात्रों का कहना है कि निदेशक के सकारात्मक रुख के बाद आंदोलन गुरुवार शाम तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।