देहरादून। राजधानी का खूबसूरत पर्यटन स्थल गुच्चु पानी और अधिक भव्य बन सके और और अधिक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर सके इसके लिए शनिवार को जिलाधिकारी दून एस.ए मुरूगेषन एवं अपर सचिव राघव लांगर निरीक्षण के लिए पहुंचे। अधिकारियों ने गुच्चु पानी रेबर्स केव पर्यटन स्थल का निरीक्षण कर पर्यटन स्थल में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। स्थानीय बाशिंदों और व्यवसायियों से पर्यटन स्थल को और अधिक भव्य बनाये जाने के संबंध में उनसे सुझाव लिए और समस्याएं सुनीं।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस सुंदर पर्यटन स्थल की नैसर्गिक सुंदरता काफी अच्छी है, मगर इसमें जगह-2 गंदगी व्याप्त है। जिससे आने वाले पर्यटकों में अच्छा संदेश नहीं जाएगा। पर्यटन एवं स्वजल विभाग को जगह-2 पर्याप्त कूड़ादान एवं हैंगिंग कूड़ादान जिन पर स्लोगन लिखें हांे रखने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि पर्यटकों को आकर्शित करने एवं उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू कराते हुए नदी के किनारे बड़े पुस्तों से निर्मित दीवार पर संस्कृति विभाग के माध्यम से पेंटिंग कराई जाये। उन्होने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिये कि गुफा से जो पानी नदी के रूप में प्रवाह हो रहा है नदी पर छोटे-2 तटबन्ध बनाये जाएं जिस पर पानी एकत्रित होता रहे। ताकि पर्यटक जल क्रीड़ा कर सकें तथा पानी निर्बाध रूप से बहता रहे। पार्किंग की जो भूमि पर नदी से हो रहे कटान को रोकने के लिए इस्टिमेट तैयार करने के निर्देश दिये। पर्यटन गुफा में प्रवेश करने से पूर्व बनी दुकानों और सिंचाई विभाग की ओर से बनाए गए प्लेटफार्म का उपयोग पर्यअकों के आवागमन के लिए बेहतर हो सके इसके लिए इसका उपयोग फूड जोन के रूप करने के उप जिलाधिकारी सदर एवं पर्यटन विभाग को निर्देश दिये।
अपर सचिव राघव लांगर ने बताया कि 15 अक्टूबर को पर्यटक स्थल एवं राबर्स केव की साफ-सफाई की जाएगी। जिसमें स्थानीय नागरिकों तथा गं्राम पंचायत भी पूर्ण सहयोग देगी। पर्यटन स्थल को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाया जायेगा तथा स्वच्छता विशयक होर्डिंग आदि भी लगाये जायेंगे। ग्राम प्रधान जौहड़ी दुर्गेश गौतम ने जिलाधिकारी से मांग की कि पर्यटन स्थल गुफा के पास लाउडस्पीकर एवं सम्पूर्ण पर्यटक स्थल पर जगह-2 सीसीटीवी कैमरे लगाये जायें ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके। पर्यटन स्थल की पार्किंग सुधारने की मांग भी की। पर्यटन स्थल के एंट्री प्वाइंट पर दीवार लगाने की मांग वहां के सुरक्षा इंचार्ज द्वारा रखी गई, जिसे जिलाधिकारी ने गंभीरता से सुना गया तथा उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान उप जिलाधिकारी सदर प्रत्यूष, परियोजना निदेशक राजेंद्र रावत, पर्यटन अधिकारी के.एस रावत, स्वजल के अधिकारी डॉ हर्षमणी पंत, अधिशासी अभियंता सिंचाई मौजूद थे।