देहरादून। धर्म के नाम पर फैलाई जाने वाली गलतफहमी को दूर किया जाना जरूरी है। नादानी में किसी से कोई गलत काम हो जाए तो हो सके उसे रोकने के प्रयास होने चाहिए। सभी धर्मों का आदर करें और एक-दूसरे के तीज-त्योहारों में शरीक होकर खुशियां मनाने से समाज में अमनचैन का रिश्ता और मजबूत होगा। धर्म और मजहब के नाम पर नफरत का वातावरण किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है। रविवार को जैन धर्मशाला में आयोजित सर्वधर्म सम्मेलन में धर्मगुरूओं ने यह पैगाम दिया।
वर्ड पीस मिशन अभियान के संस्थापक धर्मगुरू योगाचार्य बिपिन जोशी ने कहा कि आज विश्व अलगाववाद, आतंकवाद, नस्लवाद, क्षेत्रवाद, जातिवाद से ग्रसित है। जिसके परिणामस्वरूप युद्ध, दंगे, हिंसा, खूनखराबे के रूप में सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि सभी धर्मगुरू धर्मों के मुख्य उद्देश्य समाज में प्रेम, सौहार्द और एक-दूसरे धर्मों की इज्जत करने का संदेश दें तो विश्व शांति संभव है।
शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद काजमी ने समाज मंे संवाद के लिए और परस्पर एक-दूसरे धर्मों को समझने के लिए समय-समय पर सर्वधर्म सम्मेलन की आज बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि हिंदुस्तान बेहद ही खूबसूरत मुल्क है। अमन-शांति यहां लोगों के दिलों में बसती है। उन्होंने कहा कि अल्लाह ने हमें यहां पैदा किया है इसलिए हमारा कर्तव्य और धर्म बनता है कि हम इसकी हिफाजत करें। उन्होंने कहा कि शांति की राह पर अमल करने की जरूरत है तभी हम खुशहाल रहे पाएंगे।
श्री गुरू सिंह सभा देहरादून के मुख्य ग्रंथी भाई शमशेर सिंह ने कहा सिख धर्म हमेशा से ही सेवा और प्रेम का पाठ समाज को देता आ रहा है। जैन धर्मगुरू आलोक मुनि जी महाराज ने अहिंसा पर जोर देते हुए अफवाहों और उत्तेजना से बचने का संदेश दिया। उन्होंने कहाकि इंद्रिय संयम जरूरी है। ईसाई धर्मगुरू फादर सतीश ज्ञान ने सभी धर्मों के आपस में परस्पर संवाद को आज की बडी जरूरत बताया। कार्यक्रम का संचालन अष्टापद जैन मंच के अध्यक्ष, जैन धर्मशाला के मंत्री एवं ज्वैलर्स एसोसिएशन उत्तराखंड के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष प्रवीन जैन और संजय कुमार गर्ग ने किया।
जैन समाज के अध्यक्ष नेम चंद जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान मधु जैन, सचिन जैन, पुरूषोत्तम भट्ट, अकबर खरबंदा, अरूण शर्मा, नवीन गुप्ता, विनोद गोयल, रामगोपाल गोयल, पंकज शर्मा, रोशन राणा अभिनंदन जैन, संजय जैन, दिनेश जैन, रवि प्रकाश जैन, रमा गोयल, मंजू जैन, विशाल गुप्ता आदि थे।