सोमवार की सुबह से अल्मोड़ा-लमगड़ा मोटर मार्ग में ढौरा के जंगलों में जंगल में आग लग गई। अपने प्रयासों से आग बुझाने का प्रयास कर रहे ग्रामीणों ने आग के बेकाबू होने पर इसकी सूचना वन विभाग को दी। शाम के समय पहुंची वन विभाग की टीम और ग्रामीणों की सयुंक्त मेहनत के बाद शाम के समय आग पर काबू पाया गया। सोमवार की सुबह ही ढौरा वन क्षेत्र में आग लग गई थी। समय बीतते ही यह आग जंगल में अंदर तक फैल गई।
वन विभाग और ग्रामीणों के संयुक्त प्रयास से आग पर पाया काबू
आग को बस्तियों की ओर फैलते देख शुरूआत में लोग खुद आग बुझाने में जुट गए लेकिन आग ग्रामीणों के खेतों तक पहुंच गई। इस बीच ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की 10 लोगों की टीम के साथ ग्रामीणों के संयुक्त प्रयास के बाद देर शाम आग पर काबू पाया जा सका। लोगों का कहना था कि आग तेजी से सिविल सोयम की जंगल में अंदर की ओर फैल रही थी। ग्रामीणों को आग के घरों में घुस जाने की आशंका के बाद लोगों में हड़कंप मच गया। बीडीसी सदस्य हेम कुमार ने बताया कि आग बुझाने में ग्रामीणों के प्रयत्न असफल रहे आग बड़ी तेजी से गांव की ओर बढ़ने लगी थी।
अल्मोड़ा में जंगलों में आग लगने का सिलसिला दिसंबर से ही शुरू हो गया है। अब तक जिले के विभिन्न हिस्सों में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। कुछ स्थानों में आग लगने की घटनाएं कई बार सामने आ गई हैं। स्याहीदेवी, कसारदेवी, कपड़खान, बिनसर सेंचुरी से लगा क्षेत्र रिसाल, कोसी कटारमल के जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। स्याहीदेवी क्षेत्र होली के दौरान चार दिन तक दहकता रहा।
‘आग बुझाने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर को रवाना हो गई थी। वन विभाग के 10 और ग्रामीणों के दल ने आग बुझाने में सहयोग दिया आग पर काबू पा लिया है।