मंगलवार को केमू की ओर से अभिभावकों के साथ केंद्रीय विद्यालय के लिए अनुबंधित बसों को विद्यालय के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किए जाने के मौके पर जिलाधिकारी ईवा आशीष ने कहा कि स्कूलों के लिए संचालित बसों में छात्रों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाए। उन्होंने कहा कि यह बसें विद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए आवागमन का माध्यम बनेंगी।
उन्होंने बस चालकों से कहा कि वह सुरक्षा मानकों के साथ-साथ वाहन की गति पर भी विशेष ध्यान दें। इसके साथ ही समय-समय पर बसों की फिटनेस की जांच अवश्य कराई जाए। उन्होंने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी आलोक जोशी को भी निर्देश दिए कि वह भी अपने स्तर से समय-समय पर इन बसों की गति सहित फिटनेस आदि का प्रभावी निरीक्षण करें। उन्होंने सभी विद्यालयों से इसी तरह की पहल किए जाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि बस में निर्धारित क्षमता से अधिक बच्चे न ले जाएं, इसका चालकों व परिचालकों को खास ध्यान रखना होगा। उन्होंने अभिभावकों से भी समय-समय पर विद्यालय के लिए संचालित की गई बसों की मॉनीटरिंग करने को कहा। इस मौके पर अभिभावक संघ की उपाध्यक्ष बबीता गैड़ा, सचिव किशन जोशी, केमू के निदेशक सागर मेहता, निर्मल उप्रेती, प्रमोद जोशी तथा पूरन भोज आदि मौजूद थे।
आपदा के समय काम आने वाले उपकरण विभागों को दिए
मानसून सहित अन्य आपदाओं से निपटने के लिए एसडीआरएफ मद से खोज एवं बचाव उपकरणों को प्रशासन ने खरीद लिया है। डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव ने मंगलवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों के बीच बांटा। डीएम ने पहली बार लोक निर्माण व विद्युत विभाग को आपदा के समय सड़क में जो पेड़ एवं अन्य लोहे के गार्डर आदि गिरते है उन्हें काटने के लिए उपकरण उपलब्ध कराए। ताकि आपदा के समय कम समय में ही रोड खोलने का काम किया जा सके।