Delhi Assembly Session : दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू होगा। दोनों पार्टियों ने सत्र के मद्देनजर अपनी रणनीति तय करने के लिए रविवार को अपने-अपने विधायक दल की बैठक की। 25 फरवरी को काफी समय से लंबित कैग की 14 रिपोर्ट पेश की जाएंगी। सत्र 27 (Delhi Assembly Session 2025) फरवरी तक चलेगा, जिसमें 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर कार्यवाही स्थगित रहेगी।
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लवली दिलाएंगे शपथ
सोमवार को सभी विधायकों को प्रोटेम स्पीकर अरविंदर सिंह लवली शपथ दिलाएंगे। इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता को स्पीकर पद के लिए चुना जाएगा। इसी तरह उपाध्यक्ष पद का भी चुनाव होगा। इस पद के लिए भाजपा ने अपने वरिष्ठ विधायक मोहन सिंह बिष्ट का नाम तय किया है।
पहली बार विधानसभा को संबोधित करेंगे एलजी
25 फरवरी को सत्र (Delhi Assembly Session 2025 ) का दूसरा दिन होगा। सबसे पहले उपराज्यपाल वीके सक्सेना मौजूदा सरकार के कार्यकाल में पहली बार विधानसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद कैग की 14 रिपोर्ट भी रखी जाएंगी। कई रिपोर्ट 2016 से पेंडिंग हैं जिनमें दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों से जुड़े महत्वपूर्ण मसले हैं। विशेष रूप से इन रिपोर्ट में दिल्ली के आबकारी विभाग से जुड़े तथ्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें शराब घोटाले के आरोपों की संभावना है। इसके अलावा, डीटीसी, मोहल्ला क्लीनिक, स्वास्थ्य विभाग और पब्लिक अंडरटेकिंग्स से जुड़ी रिपोर्ट भी पेंडिंग हैं।
जनता की गाढ़ी कमाई का हिसाब पिछली सरकार को देना होगा : रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को कहा कि जनता की जिस गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग पिछली सरकार ने किया है, उसका हिसाब उन्हें अब दिल्ली की जनता को देना पड़ेगा। अब दिल्ली में विकास की नई नींव रखने जा रही है। सरकार का एक ही एजेंडा है दिल्ली को विकसित राजधानी बनाना। तीन दिवसीय विधानसभा सत्र में विकास की योजनाओं पर चर्चा होगी। पहले ही सदन में सीएजी रिपोर्ट को पटल पर रखा जाएगा।
आतिशी होंगी नेता प्रतिपक्ष
आप ने पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को विधायक दल का नेता चुना है। इसका फैसला रविवार को विधायक दल की बैठक में हुआ। पार्टी की तरफ से नियुक्त पर्यवेक्षक डॉ. संदीप पाठक की मौजूदगी में विधायक संजीव झा ने नेता प्रतिपक्ष के रूप में आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा। विधायक कुलदीप कुमार और जनरैल सिंह ने इसका समर्थन किया। इसके बाद पार्टी के सभी विधायकों ने आतिशी के नाम पर सहमति दे दी।