एंबुलेंस संचालकों ने की हड़ताल, सरकार के आदेश का जताया विरोध

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हल्द्वानी में एंबुलेंस संचालन के लिए नियम कड़े हो गए हैं। पहले से सड़कों पर दौड़ रहे एंबुलेंस वाहनों के लिए मानक पूरा करना कठिन हो गया है। इसलिए सोमवार को निजी तौर पर एंबुलेंस संचालकों ने एंबुलेंस खड़ी कर हड़ताल कर दी। सरकार के आदेश का विरोध जताते हुए कहा कि इतने उपकरण लगा देने से सेवा और महंगी हो जाएगी।

नैनीताल एंबुलेंस सोसायटी के पदाधिकारियों ने एसटीएच के सामने एबुलेंस खड़ी कर दी और काम ठप कर दिया। कहा कि परिवहन निगम व स्वास्थ्य विभाग से एंबुलेंस चलाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा है। इसलिए अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी गई है। उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग ने एंबुलेंस में उपकरण रखने के लिए कहा है। इस तरह के उपकरण रखने से एंबुलेंस में मरीजों को दोगुना दाम चुकाना पड़ेगा। उन्होंने राज्य सरकार से आदेश में संशोधन करने की मांग की है। कहा कि हमें पहले सूचना देनी चाहिए थी, जिससे कि फिटनेस के लिए पेनाल्टी भी नहीं पड़ती।

एक ही राज्य में अलग-अलग कानून क्यों

पिथौरागढ़ में एंबुलेंस को फिटनेस प्रमाणपत्र दे दिया गया है। ऐसे में, एक ही राज्य में अलग-अलग कानून क्यों हैं? उन्होंने कहा कि हमें पहले फिटनेस दी जाए, जो भी उपकरण लगाने हों। उसकी सूची दे दी जाए। अगर कोई उपकरण नहीं लगाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसमें अध्यक्ष अरशद खान, उपाध्यक्ष जयप्रकाश, सचिव सहवाज अली, उप सचिव कमल जोशी, अशोक कंबोज, रियाज कादरी, टीपू खान, नारायण सिंह, जितेंद्र कुमार, शानू अली, प्रिंस, सतीश, टिंकू अली आदि शामिल रहे।

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