शौर्य दिवस पर शहीदों को याद किया

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अल्मोड़ा। कारगिल युद्ध में हमारे सैनिकों ने अपने सैन्य कौशल, धैर्य और साहस के साथ पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था। कारगिल दिवस यानि ऐसा दिन जब देश का हर नागरिक अपने को भारतीय होने पर गर्व महसूस करता है। 3 मई 1999 को शुरू हुए कारगिल युद्ध 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ था। हमारे सैनिकों ने 19 साल पहले इस दिन कारगिल की पहाड़ियों पर कब्जा जमाये बैठे पाकिस्तानी आतंकवादी और उनके भेष में घुस आये पाकिस्तानी सैनिकों को मार भगाया था।

कारगिल दिवस के अवसर पर अल्मोड़ा कैंट में स्थित शहीद स्मारक पार्क में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें याद किया गया। कारगिल दिवस पर एनसीसी के छात्र-छात्राओं व 13 सिक्ख रेजिमेंट के जवानों ने शहीदों को सलामी दी। इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान सहित अनेक लोगों ने शहीद स्मारक पर माल्यार्पण, पुष्पाजली एवं पुष्पचक्र चढ़ाये। दो मिनट का मौन रखा गया वहीं 13 सिख के कमान अधिकारी तथा अन्य जवानों ने शोक शस्त्र के साथ बिगुल धुन बजायी। इस मौके पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने कहा कि हमारे सैनिकों ने 19 साल पहले कारगिल की पहाड़ियों पर कब्जा जमाये बैठे पाकिस्तानी आतंकवादियों और उसके सेनिकों को मार भगाया था। उन्होंने शहीद स्मारक स्थल के रखरखाव व उसकों विकसित करने के लिए विधायक निधि से धन उपलब्ध कराने की बात भी कही। इस मौके पर जिले के नये डीएम नितिन भदौरिया ने कहा कि कुमाऊं के वीर सपूतों का देश की सेवा में विशेष योगदान रहा है। उन्होंने शहीदों व अन्य सैन्य कर्मियों की समस्याओं को दूर करने की बात कही। शहीद स्मारक स्थल परएसडीएम विवेक राय, बिग्रेडियर केसी जोशी, कर्नल जेसी लोहनी, उपाध्यक्ष सैनिक बोर्ड लेफ्टीनेंट कर्नल हीरा सिंह सांगा, लेफ्टीनेंट कर्नल एसएस जोशी, पीजी गोस्वामी, कैप्टन दीपक टम्टा, सहायक जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी मेजर भगवत सिंह, जंग बहादुर थापा, डॉ. जेसी दुर्गापाल, गोविन्द सिंह पिलख्वाल, कैलाश गुरूरानी, रवि रौतेला, विनीत बिष्ट, आनन्द सिंह, पूरन रौतेला, राजकुमार बिष्ट, पूरन सिंह मेहता सहित सेना के अनेक सेवानिवृत्त अधिकारी व सैनिक, 13 सिक्ख रेजिमेंट के सूबेदार मेजर संजीव मौजूद रहे।

शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया

शौर्य दिवस के अवसर पर कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले शहीदों की पत्नियों एवं अन्य शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर सरस्वती माया घले पत्नी शहीद हरी बहादुर घले, सावित्री देवी पत्नी  शहीद हरीश देवड़ी, कमला देवी पत्नी शहीद राजेन्द्र सिंह, शीला साह माता शहीद सावन शाह, बिसनुली देवी माता शहीद दिनेश सिंह जो अन्य अवसर पर शहीद हुये थे उनके आश्रितों को शॉल उढ़ाकर सम्मानित किया।

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