पत्नी को राजनीतिक लाभ के लिए छोड़ चुके हैं मोदी

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मायावती का पीएम मोदी पर निजी हमला

लखनऊ: अलवर गैंगरेप को लेकर बीएसपी चीफ मायावती और पीएम नरेंद्र मोदी में आरोप-प्रत्यारोप अब तीखा होता जा रहा है। मायावती ने अब पीएम मोदी पर निजी हमला किया है। माया ने कहा कि पीएम मोदी बहन और पत्नियों की इज्जत करना क्या जानेंगे जब वह अपनी पत्नी को राजनीतिक लाभ के लिए छोड़ चुके हैं। इतना ही नहीं बीएसपी चीफ ने यह भी कहा कि बीजेपी नेताओं की पत्नियां अपने पतियों के मोदी के करीब जाने से डरती हैं।

माया के इस हमले पर बीजेपी ने पलटवार किया और माया के परिवारवाद पर निशाना साधा। बीजेपी ने कहा कि आखिर मोदी से इतनी घृणा क्यों? क्या इसलिए कि उन्होंने परिवार से ज्यादा देश को परिवार माना?

मोदी कर रहे घिनौनी राजनीति: माया

मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘नरेंद्र मोदी पहले अलवर दलित महिला उत्पीड़न घटना को लेकर चुप थे लेकिन मेरे बोलने के तुंरत बाद से इसकी आड़ में अपनी घिनौनी घृणित राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं ताकि चुनाव में उनकी पार्टी को फायदा पहुंचे। यह बेहद शर्मनाक है। वह दूसरों की बहन, बेटी और पत्नी की इज्जत कैसे कर सकते हैं जब वह अपनी बेकसूर पत्नी को ही छोड़ चुके हैं।’

बीजेपी ने किया पलटवार

बीजेपी ने भी तुरंत पलटवार करते हुए मायावती को आड़े हाथ लिया। बीजेपी नेता संबित पात्रा ने ट्वीट कर माया को परिवारवाद पर घेरा। उन्होंने कहा, ‘जिन शब्दों का प्रयोग उन्होंने PM के लिए किया …बहुत तकलीफ होती है ..आखिर ये कैसी सोच है? …मोदी जी से इतनी घृणा? ..क्यों? ..अपने परिवार से ज्यादा देश को परिवार माना इसलिए? ..मायावती जी आपके लिए आपका भाई बड़ा है ..मोदी जी के लिए देश बड़ा है।

बीजेपी नेताओं की पत्नियां घबराती हैं: माया

मायावती ने आगे कहा,’मुझे तो ये भी मालूम चला है कि बीजेपी में खासकर विवाहित महिलाएं अपने आदमियों को मोदी के नजदीक जाते देख कर यह सोचकर काफी ज्यादा घबराती रहती हैं कि कहीं यह मोदी अपनी औरत की तरह हमें भी अपने पति से अलग न करवा दें।’ उन्होंने कहा कि दलित वर्ग को अभी तक न्याय मिला है। इससे पहले दलितों पर जो अत्याचार हुए उस पर इन्होंने कभी बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इस्तीफा नहीं मांगा।

‘अपने मंत्रियों से कभी इस्तीफा नहीं लिया’

मायावती ने कहा, ‘रोहित वेमुला मामले में तो इन्होंने अपने केंद्रीय मंत्री तक से इस्तीफा नहीं लिया और न ही कभी अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की पेशकश की। इसलिए उन्हें किसी भी पार्टी और नेता को अलवर की घृणित घटना को लेकर किसी सलाह देने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। हमारी पार्टी अपने पीड़ित लोगों को न्याय दिलाने के लिए हमेशा तत्पर रहती है।’

मायावती की कांग्रेस को चेतावनी

राजस्थान में कांग्रेस सरकार को चेतावनी देते हुए मायावती ने कहा कि अगर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो फिर वह कांग्रेस से समर्थन वापस लेने का फैसला कर सकती हैं। मायावती ने कहा, ‘पीएम मोदी आए दिन अपनी जाति बदलते रहते हैं। आजकल अपनी जाति गरीब बता रहे हैं। नरेंद्र मोदी न गरीब हैं और न फकीर, यह सब कोरा नाटक कर रहे हैं ताकि गरीबों का वोट इन्हें मिल जाए।’

‘जुगाड़ करके मोदी ने खुद को पिछड़ी जाति में शामिल कराया’

मायावती ने कहा, ‘मोदी अति पिछड़े वोटों को लुभाने के लिए यह भी कहा है कि मैं अति पिछड़ी जाति से हूं। ये जन्मजात किसी पिछड़ी जाति के नहीं हैं। इन्होंने गुजरात में सीएम रहते हुए जैसे-तैसे जुगाड़ करके अपनी अगणी जाति को पिछड़ी जाति में शामिल करा लिया था। अगर ये वाकई अति पिछड़ी जाति के होते तो इनहें दलित और अतिपिछड़े वर्गों के अपने बने बंगले अखरते नहीं। यह कागजी अति पिछड़े वर्ग के हैं।’

‘मेरे माता-पिता भी मुझे बहन जी कहते हैं’

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा, ’23 मई से पीएम मोदी के काफी बुरे दिन आने वाले हैं। वह काफी बौखलाए हुए हैं। हमारे गठबंधन को तोड़ने के लिए मुझे पहले आदरणीय बहन जी और बहन कुमारी मायावती कहा करते थे लेकिन जैसे ही मुंहतोड़ जवाब मिला तो यह अपनी पुरानी राग में वापस आ गए हैं तो हमें यह बुआ और बबुआ कहकर संबोधित कर रहे हैं।

संस्कारी लोग मुझे आज भी संस्कार के साथ मुझे बहन जी ही कहते हैं। यहां तक कि मेरे माता-पिता भी मुझे बहन जी कहकर बुलाते हैं। अखिलेश भी बहन जी बोलते हैं। जिस तरह अखिलेश के पिता और एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव को नेताजी कहकर ही बुलाते हैं।’

बता दें कि पीएम मोदी ने सोमवार को कुशीनगर में रैली के दौरान मायावती पर अलवर गैंगरेप मामले में चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए उन्हें राजस्थान की कांग्रेस सरकार से अपना सर्मथन वापस लेने को कहा था।

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